स्वच्छ भारत मिशन को मुंह चिढ़ाती ग्राम पंचायत मिर्जापुर

फतेहपुर, बाराबंकी।  विकास खण्ड फतेहपुर अन्तर्गत ग्राम पंचायत मिर्जापुर मे भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को सम्बंधित कर्मचारियों एवं जन प्रतिनिधियो द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। विभागीय अधिकारी सब देखकर भी मौन बने हुए है।
मालूम हो, कि ग्राम पंचायत मिर्जापुर फतेहपुर विकास खंड कार्यालय से मात्र 2 किलोमीटर की दुरी पर है। फिर भी गांव में गन्दगी का अंबार लगा रहता है। स्वच्छ भारत मिशन को मुँह चिढ़ाते गांव में जहाँ गांव के ही अन्दर घरों के पास गन्दगी, व घूर गढ्ढे बने हुए हैं, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। 
ग्रामीण रामकिशुन नन्ही उर्फ नूर आलम, लाल बहादुर आदि ने बताया, कि गांव में साफ सफाई का कार्य ठीक से नहीं किया जाता हैं इससे नालियां गन्दगी से भरी हुई है गन्दा पानी इधर उधर बहता है जो बीमारियों को पैदा करने के साथ साथ लाल बहादुर के खेत मे जाकर भरता है जिससे उस खेत में खेती की उपज नहीं हो पा रही है। गांव की बहुत सी नालियां टूट कर क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जो मरम्मत कराने योग्य हैं फिर भी पंचायती विभाग अनदेखी कर रहा है। यही गांव के बीचो बीच पड रहा घूर गढढा पडोसी मकान वालों के लिए नये नये संकट खडे कर रहा है मो0 शफीक ने बताया कि मेरे मकान की दीवार से सटा घूर गढढा जिससे रोज गोबर व गन्दा कूडा पडोसी द्वारा डाल दिया जाता है जिसकी गन्दी र्दुगन्ध हमेशा मकान के अन्दर फैली रहती आये दिन मेरे परिवार का कोई न कोई सदस्य बीमारियों का शिकार हुआ करता है। ग्रामीणों ने आगे बताया, कि तैनात महिला सफाई कर्मी का पति गांव तो आता हैं मगर साफ सफाई का काम न करके लोगों से भेंट मुलाकात कर वापस लौट जाता है। सफाई कर्मी के ऐसी क्रम के चलते नालियों की गन्दगी अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई। ये सिलसिला सालों से इसी प्रकार से चला आ रहा है, साल में एक बार मात्रा बारिश के पानी से साफ होती हैं गांव की गन्दी नालियां। गांव में स्थिति प्रा0 वि0 विद्यालय को करीब बीस साल बाद आने जाने का एक मार्ग तो मिल गया, किन्तु जरा सी बारिश होने पर उस पर बच्चों को निकलना दूभर हो जाता है कच्ची सड़क होने के कारण मार्ग पर कीचड़ भरजाता है साथ ही विद्यालय के मुख्य मार्ग व भवन के पास लोगों ने घूर गढढे डाल रखें हैं जिससे गन्दगी व जो बीमारियों का खतरा बना रहता है।