त्रिवेदीगंज बाराबंकी। नव उमंग साहित्य संस्थान के तत्वाधान में आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने लोकतंत्र के महापर्व पर अपनी सरस रचनाओं से आम मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया।
मंगलपुर में वेद प्रकाश सिंह प्रकाश की अध्यक्षता व सुनील वाजपेयी शिवम् के संचालन में कविगोष्ठी का शुभारम्भ श्रवण बाजपेयी ने वाणी वन्दना से किया। तत्पश्चात सौरभ वर्मा स्माइल ने आओ लोकतंत्र का सम्मान करें, चलो सभी मतदान करें तथा श्रवण बाजपेयी ने महापर्व मतदान हमारा कहीं निकल न जाये गीत के माध्यम से तो सुनील वाजपेयी शिवम् ने ''नेता जी कहाते प्रबुद्ध करते वाकयुद्ध, शब्दों की मर्यादा वे तार तार कर रहे ''तथा जब तर्जनी पर तिलक लगे, जब ईवीएम का बटन दबे, जब लोकतंत्र की बीप बजे, तभी मतदाता अधिकार बनाये मन'' की सरकार रचना पढ़ मतदाताओं को प्रेरित किया। वेद प्रकाश सिंह प्रकाश ने गीत मौसम आवा है चुनाव का के माध्यम से पहिले खुब मनही मन गुनना, योग्य व्यक्ति ही सब कोई चुनना, से हर हाल में मतदान करने की अपील की।
कवि सम्मेलन में ओम प्रकाश जयंत, सोएब हैदरगढ़ी, पुष्पेन्द्र पाण्डेय आदि ने भी काव्यपाठ किया।
शब्दों की मर्यादा वे तार तार कर रहे’’ चुनाव पर केंद्रित रहा कवि सम्मेलन