सतरिख बाराबंकी( ) इंसानियत की मरकज़ आस्ताना सैय्यद सालार साहू गाजी बूढ़े बाबा स्थित कस्बा सतरिख के सौहार्द पूर्ण मेले के बाद जेष्ट माह के दूसरे इतवार दिन 02 जून 2019 को उनके पुत्र सैय्यद गाजी मसूद रहमत उल्लाह की याद में एक दिवसीय चौथी मेले का परम्परागत आयोजन होता है। इस मेले में सभी धर्म अवलम्बी दूर दराज से आकर अपनी आदर आस्था प्रकट करते हुये चौथी की रस्म रिवाज चादर गांगर फूलों की डाली एवं अनाज चढ़ा कर पूरी करते हैं। और जिनकी मन्नतों की पूरी हो चुकी होती है वह बड़े हर्ष-ओ-उल्लास के साथ धूम धाम से अपने बच्चों के मुन्डन संस्कार एवं निशान चढ़ाते है।
प्रबन्ध कमेटी के सचिव चौ0 कलीम उद्दीन उस्मानी ने बताया कि चौथी मेले की मान्यता एवं परम्परा एक रूदौली शरीफ की महिला बुजुर्ग जोहरा बीबी जो पैदाईशी नाबीना अधी थी उनकी आंख की रोशनी की मन्नत पुरी होने के कारण पडी यही कारण है कि चार चौथी बहराई दरगाह पर एक चौथी मेला सतरिख के आस्ताने पर होता है।
श्री उस्मानी ने बताया श्रद्धालुओं की सुचारू व्यवस्था एवं सुविधा हेतु प्रभारी मेला सरफराज अहमद खां, फरजान उस्मानी, सद्दाम हुसेन, श्याम यादव, रामलखन, असगर अली अंसारी, चौ0 फैजान उस्मानी, भोला यादव, सरोज रावत, अहमद शुजा, जुबेर अहमद, विश्म्भर यादव, राम सिंह आदि एक दर्जन से अधिक लोगों की टीम को जिम्मेदारी सौपी गयी है।
सैय्यद गाजी मसूद रहमत उल्लाह की याद में एक दिवसीय चौथी मेले का परम्परागत आयोजन