मिलीभगत की कानून व्यवस्था में प्रतिबंधित पर भी आरा धड़ल्ले से  (औषधिय प्रतिबंधित नीम वृक्ष पर आरा चलाते वन माफिया)


सिद्धौर बाराबंकी। पुलिस व वन विभाग की मिली भगत से वन माफिया बेखौफ होकर दिन दहाडे हरियाली पर आरा चला रहे है।
असंद्रा थाना क्षेत्र गिरदहा मजरे डिगसिरी में वन माफिया बेखौफ हो कर दिन दहाड़े प्रतिबंध पेड़ो पर आरा चलाते अक्सर देखे जाते यह सारा खेल वन विभाग व पुलिस की मिली भगत खेला जाता है।वन माफिया राजेश यादव उर्फ गब्बर दिन दहाडे हरे भरे प्रतिबंधित नीम के  औषधिय पेड़ो आरा चला रहा था।ग्रामीणो ने वन विभाग से शिकायत की शिकायत के बाद भी  वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी आँखे बंद किये हुये थे।जिससे वन माफिया  खुले आम हरियाली पर आरा चलाते नजर आ रहे है।इतना ही नही असंद्रा थाना छेत्र में प्रतिबंधित पेड़ो की कटान आम बात हो चुकी है। रामसनेही घाट व हरख वन रेंज की खाऊ कमाऊ नीति के चलते वन दरोगा मनोज पाठक  की सर्फरसती में वन माफिया वन दरोगा से मिल कर कार्य कर रहे है।तो  पुलिस भी वन विभाग से किसी मामले मे पीछे नही है और अपनी आंखे बंद कर वन माफियाओ को सहमति दे रही है। जिससे वन माफिया किसी भी प्रतिबंधित पेड़ पर आरा चलाने पर गुरेज नही करते है और लगातार अवैध प्रतिबंधित पेडो की कटान को अंजाम दे रहे हैं। इस संबंध में बनदरोगा मनोज पाठक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह हमारी जानकारी में नहीं है यह शिकायत करनी है तो सीएम से करो हम इसमें कुछ नहीं कर सकते है।