सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। गांव में निर्माण कराई गई इंटरलॉकिंग में की गई अनियमितता की शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी के जांच के आदेश को खंड विकास अधिकारी दबा कर बैठे हैं दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक ना तो वह स्वयं जांच करने गांव पहुंचे हैं न ही उनका कोई मातहत कर्मचारी गांव की ओर गया है स्थानीय विकास खंड की ग्राम पंचायत किशुनदास पुर के नजरे रूप पुर में 14 वे वित्त योजना से इण्टर लाकिंग का कार्य कराया जाना स्वीकृत हुआ था।इसके तहत ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी मिली थी।इन दोनों ने मनमानी करते हुये घटिया निर्माण शुरु किया तो ग्रामीणों ने एतराज जताया काम कुछ दिन बन्द हो गया इसके बाद पुनः ग्राम विकास अधिकारी सत्यानंद सिंह ने उसी तरह मानक बिहीन कार्य करा दिया।इसमें घटिया किस्म के ईंट का प्रयोग किया गया तथा ईंटो में दूरी/गैप ज्यादा कर दिया गया और बालू डाल कर पूरा निर्माण ढक दिया गया।
दो सप्ताह पूर्व इस मामले की शिकायत विनोद वर्मा सहित करीब एक दर्जन ग्रामीणों ने सी डी ओ मेधा रूपम से की थी। सीडीओ ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये प्रकरण की जाॅच बीडीओ सिरौलीगौसपुर को सौंपकर कार्यवाही करने का आदेश दिया था।दो सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सीडीओ द्वारा दिया गया जांच / कार्यवाही का यह आदेश अभी तक बीडीओ की बस्ता खामोसी में कैद है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी कमलेश कुमार का वर्जन जानने का प्रयास किया गया परंतु फोन नहीं उठा ।
गांव में निर्माण कराई गई इंटरलॉकिंग में की गई अनियमितता की शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी के जांच के आदेश को खंड विकास अधिकारी दबा कर बैठे हैं