बिश्केक में मोदी-जिनपिंग मुलाकात में उठा मसूद और पाकिस्तान का मुद्दा, पीएम की पुतिन से भी मुलाकात

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के बिश्केक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। शंघाई सहयोग संगठन के 2019 का शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आज से शुरू हुआ है जो 14 जून तक चलेगा।  विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि पीएम ने जोर दिया कि दोनों देश रणनीतिक संवाद पर आगे बढ़ सकते हैं। लंबित पड़े मामले जैसे बैंक ऑफ चाइना की शाखाएं भारत में खोलने और मसूद अजहर जैसे मुद्दे सुलझाएं जा सकते  उन्होंने कहा- बैठक में पाकिस्तान के मुद्दे पर भी बात हुई। पीएम ने बताया कि पाकिस्तान के साथ आगे बढ़ने की कोशिश की गई, लेकिन इन कोशिशों को बर्बाद कर दिया गया। पाकिस्तान को आतंकरहित वातावरण का निर्माण करना चाहिए लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हो रहा है। हम इस दिशा में ठोस कदम चाहते  इसके बाद भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मुलाकात हुई।    इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने अमेठी में राइफल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए पुतिन का धन्यवाद  विजय गोखले ने बताया कि दोनों के बीच किसी अंतर्राष्ट्रीय या क्षेत्रीय मुद्दे पर बात नहीं हुई बल्कि इस बात पर हुई कि पीएम के दौरे में अगले सालाना सम्मेलन को किस तरह कामयाब बनाया जाए।  बता दें कि दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी का एससीओ पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है। एससीओ, चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा समूह है जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया था। 


इमरान से नहीं मिलेंगे मोदी 


कुछ दिनों पहले खबरें आ रही थीं कि एससीओ सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है, लेकिन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ऐसी खबरों को खारिज कर दिया। वहीं बिश्केक में हो रहे इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहली बार शामिल हो रहे हैं। 
 इससे पहले फैसला लिया गया था कि एससीओ की बैठक में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के रास्ते बिश्केक नहीं जाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बुधवार को बताया था कि 'वीवीआइपी विमान के बिश्केक जाने के लिए भारत सरकार ने मार्ग के दो विकल्पों पर विचार किया था। बाद में फैसला लिया गया कि वीवीआइपी विमान ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों के रास्ते बिश्केक के लिए उड़ान भरेगा। 
भारतीय प्रधानमंत्री के विमान को अपने वायुक्षेत्र से उड़ान भरने की अनुमति देने के लिए इमरान सरकार तैयार हो गई थी। लेकिन भारत ने पाकिस्तान की पेशकश को ठुकरा दिया। पीएम मोदी का विमान ईरान और ओमान के रास्ते बिश्केक पहुंचा।