तेज रफ्तार अंडरटेकिंग बस से हुई मासूम बालिका की मौत
 

टिकैतनगर, बाराबंकी। अध्यापकों की लापरवाही के चलते एक मासूम अनुबंधित बस के नीचे आकर बुरी तरह जख्मीं हो गया और मौके पर ही तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर वहां पर कस्बा निवासियों का जमावाड़ा लग गया। सभी दोषी अध्यापकों के खिलाफ उग्र हो गए थे। जिन्हें मौके पर पहुंची मुकामी पुलिस ने किसी तरह समझाबुझा कर शांत किया। वहीं बच्ची को कुचल कर भागी बस के चालक परिचालक ने भीड़ के गुस्से से बचने के लिए बस को सीधे थाना टिकैतनगर के अंदर घुसा कर पुलिस के आगे आत्मसमर्पण कर दिया।

मंगलवार को सुबह करीब 0915 बजे ग्राम पंचायत मीन नगर के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली मासूम बच्ची गुंजन(6) पुत्री राजेश कुमार यादव मध्यान अवकाश के समय विद्यालय के सामने स्थित दुकान से कुछ सामान खरीदने बाहर निकली तो उसी समय मुख्यमार्ग से होकर जा रही तेज रफ्तार अंडरटेकिंग बस यूपी 41एटी 6126 के नीचे आ गई। बस बच्ची को रौदंते हुए निकल गई। जब तक लोग समझ पाते तबतक खिलखिलाता बचपन मृत्युवेदना से चीख कराह तड़प रहा था और इसी तरह लोगों को कुछ समझ में आता तब तक बच्ची ने अपने प्राण त्याग दिए। वहीं बच्ची के बस के नीचे आ जाने से घबराए बस चालक ने बस को लेजाकर टिकैतनगर थाने में खड़ा कर पुलिस से पूरी वारदात बताई। 

वहीं बच्ची की मार्ग दुर्घटना मे मौत की जानकारी मिलते ही मानों जैसे सैलाब आ गया हो जहां बच्ची के घर में कोहराम मच गया वहीं ग्रामीणों ने बैरियर लगाकर मार्ग जाम कर दिया। मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट उमाशंकर सिंह सहित चार थानों की पुलिस पहुंच गई और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया और रोड जाम खुलवाया ग्रामीणों में आक्रोश इस बात पर ज्यादा है कि गांव वालों ने पीडब्ल्यूडी विभाग को लिखित प्रार्थना पत्र दिया था कि गांव के अंदर ब्रेकर बनाया जाए लेकिन आज तक ब्रेकर नहीं बना और प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रहेगा और आए दिन रोड पर घटनाएं होती रहती हैं और फिर ग्रामीणों ने ब्रेकर की मांग की है। वहीं लोगो का कहना यह भी था कि विद्यालय के अध्यापकों को या तो बच्चों को निकलने नहीं देना चाहिए या फिर बच्चों के निकलने पर ध्यान भी देना चाहिए। अगर मौके पर किसी अध्यापक ने अपनी जिम्मेदारी जरा सी समझी होती तो बच्ची कालकल्वित नहीं होती।

मौके पर संवाददाता के पहुंचने पर ने देखा कि वहां ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। वे पुलिस और पीडब्ल्यूडी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। जबकि मृतक बालिका के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है और इस घटना से सभी गांव के लोग काफी सदमे में हैं।