लाखों रुपए खर्च कर बने पंचायत भवन पर दबंगों का अवैध कब्जा

लाखों रुपए खर्च कर बने पंचायत भवन पर दबंगों का अवैध कब्जा
बेअसर साबित हो रहा जिला अधिकारी का आदेश

त्रिवेदीगंज, बाराबंकी। पंचायत भवन निर्माण में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी ग्रामीणों के निहित समाजिक कार्यों की जगह उसपर भी कानून व्यवस्था का मजाक सा बनाते हुए वही के चंद दबंग बाहुबलियों ने कब्जाकर लिया है। ऐसा नहीं कि ग्रामीणों ने शिकायत नहीं की? ग्रामीणों ने तमाम शिकायतें बीडीओ से लेकर दूसरे अधिकारियों से खूब की लेकिन कुछ सुविधा शुल्क कुछ भ्रष्टाचार और कुछ हीलाहवाली वाली कार्यशैली कानून व्यवस्था को पंगु बनाए अतिक्रमणकारियों को बेअंदाज किए हुए है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत हुसैनाबाद के पंचायत भवन परिसर में दबंगों द्वारा भूसे के बड़े-बड़े ढेर लगाकर अतिक्रमण किया जा रहा है। जबकि इसी पंचायत भवन में आंगनवाड़ी केंद्र का संचालन भी किया जा रहा है। यहां पर 3 से 5 वर्ष तक के बच्चे अपनी शिक्षा की शुरुआत कर रहे हैं। थोड़ी सी हवा चलने पर भूसा उड उड़ कर इन नौनिहाल बच्चों के स्वस्थ जीवन पर बुरा प्रभाव डाल रहा है तो वहीं दूसरी ओर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। जब कि डीएम उदयभानु त्रिपाठी ने शासन की मंशा के अनुरूप पंचायत स्तर के सभी विकास कार्यों की समीक्षा बैठकें  पंचायत भवन पर ही करने के निर्देश दिए हैं। 
परंतु डीएम के बावजूद ग्राम प्रधान हुसैनाबाद के तमाम प्रयास भी चाहे कागजी ही क्यू ना हों, दबंगों के अवैध कब्जों को न तो रोक पाए और  ही और न ही जारी अवैध कब्जा धारकों के खिलाफ कार्यवाही ही मुकम्मल दिखाई दी कि लोग कम से कम सरकारी सम्पत्ति पर तो अवैध कब्जा करने से पहले कम से कम दसियों बार सोंचे। 
सीडीओ के सख्त निर्देश भी ग्राम पंचायतों में दरकिनार
यही नहीं मुख्य विकास अधिकारी मेघा रूपम के निर्देशों का भी कोई प्रभाव ग्राम प्रधान पर पड़ता नहीं दिखाई दिया। जिसके चलते एक तो सरकारी भवनों पर तमाम लोगों का अवैध कब्जा ही मिलीभगत के चलते हट पाया और न ही सीडीओ के पर्यावरण संरक्षण के प्रति सख्त निर्देश पर ही कोई कार्य अंजाम दिया गया कि भीषण गर्मी में कम से कम आदर्श तालाबों पर पशु-पक्षी व अन्य जीव-जन्तु कुछ सुकून अनुभव कर सकंे। स्थिति यह है कि ग्राम के आदर्श तालाब सूखे पड़े होने के कारण इस चिलचिलाती भीषण गर्मी में पशु पक्षी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं और ग्राम का जल स्तर घटता जा रहा है  उच्चाधिकारियों के आदेश  के आदेश धूल फांकते नजर आ रहे हैं।