6 वर्षीय अरबिया ने रोजा रख पेश की मिसाल, रोजेदारों में खुशी का माहौल 


फतेहपुर, बाराबंकी। कस्बा बेलहरा में रमजान के पवित्र माह का पहल अशरा रहमत का गुजर चुका है,मगफिरत का दूसरा अशरा शुरू होते ही मस्जिदों में रौनक चहल पहल और बढ़ने लगी है। तरावीह और इफ्तार पार्टियों का सिलसिला भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। 
कोई  रोजेदारों को रोजा इफ्तार कराकर सवाब हासिल करने में लगा है तो कोई गरीब यतीम लोगों की मदद कर अपने को खुश नसीब समझ रहा है। ऐसी भीषण गर्मी में जहां पंद्रह घंटे का रोजा रखना आसान नही है। तो वहीं रोजा रखने को लेकर छोटे-छोटे बच्चों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस भीषण गर्मी में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भी रोजा रखकर इबादत में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कस्बे के मासूम बच्चों में 8 वर्षीय मोहम्मद फैजान पुत्र मोहम्मद रिजवान ने जहां पहला रोजा रखा तो वहीं बच्चियों में 6 वर्षीय अरबिया खातून पुत्री हाफिज मोहम्मद अहमद व इकरा खातून पुत्री मोहम्मद इस्लाम ने भी इस तपती धूप में पहला रोजा रखकर ये साबित कर दिया कि इबादत और अल्लाह की रजा हासिल करने में बच्चें भी बड़ो से पीछे नही है। इन मासूम रोजेदारों से जब बात की गई तो इनका कहना है की रोजा रख कर हम लोगों को अजीब ताकत मिल रही थी हम लोगों में एक उत्साह था की हम लोग भी अपने घरवालों के साथ रोजा रखकर अल्लाह को खुश करके जन्नत हासिल करेंगे, क्यों कि हमारी अम्मी ने हम सबको बताया था कि रोजेदारों से अल्लाह खुश होता है और ईद रोजेदारों के लिए ही आती है।