ओडिशा समेत इन राज्यों में बढ़ा 'फैनी' का खतरा, खतरनाक तूफान में बदल सकता है चक्रवात
केंद्र सरकार ने चक्रवात 'फैनी' से भयंकर तूफान आने की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बलों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। साथ ही मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी दी गई है। गुरुवार तक यह तूफान बेहद खतरनाक चक्रवात का रूप ले सकता है। तूफान के खतरे को देखते हुए केरल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। 
भारतीय नौसेना का कहना है कि उन्होंने आपातकाल के समय सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। नौसेना ने गोताखोरों, डॉक्टरों, रबर बोट्स और राहत समाग्री के साथ जहाजों को तैयार कर लिया है। नौसने का कहना है कि उनके विमान भी तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में एयर स्टेशन पर खड़े हैं। ताकि आवश्यकता पड़ने पर फंसे हुए लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा सके और उनकी निकासी की जा सके। 
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा है कि चक्रवाती तूफान फैनी के अगले 36 घंटों में प्रचंड तूफान में बदलने की संभावना है। आईएमडी का अनुमान है कि एक मई की शाम तक यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। विभाग ने फैनी के चलते केरल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के इलाकों में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावन जताई है।
ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर विष्णुपदा सेठी ने चक्रवात की तैयारियों पर कहा, भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवात पुरी जिले में ओडिशा तट पर तीन मई को आ सकता है। सभी जिला कलेक्टरों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही सभी चक्रवात केंद्रों को भी तैयार रहने को कहा है।
उन्होंने आगे कहा, राहत और बचाव कार्य के लिए ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स की 20 यूनिट और एनडीआरएफ की 12 यूनिट को तैयार रहने को कहा गया है।
इससे पहले मौसम विभाग ने सोमवार को कहा था कि अभी तूफान श्रीलंका के त्रिंकोमाली से 620 किलोमीटर पूर्व, तमिलनाडु में चेन्नई से 880 किलोमीटर दक्षिण पूर्व और आंध्रप्रदेश के मछलीपट्टनम से 1050 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में है। अगले 6 घंटे में इसके और तेज होने की आशंका है और 24 घंटों में यह भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।

ओडिशा में तटीय जिलों में अलर्ट 
ओडिशा सरकार ने दक्षिणी और तटीय जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। हालांकि सरकार का कहना है कि तूफान के कारण राज्य में भूस्खलन की संभावना नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी 880 चक्रवात केंद्रों के अलावा ओडीआरएएफ की 20 इकाइयों, एनडीआरएफ की 12 इकाइयों और 335 अग्निशमन इकाइयों को भी अलर्ट पर रखा गया है।