जुमलेबाज सरकार एवं सरकारी कर्मचारियों की गलत रिपोर्टिंग से आहत प्रगतिशील किसान ने व्यथा सुनाई प्रेस के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश में के के पटेल

बाराबंकी । जुमलेबाज सरकार एवं सरकारी कर्मचारियों की गलत रिपोर्टिंग से आहत प्रगतिशील किसान ने व्यथा सुनाई । प्रेस के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश में के के पटेल ने बताया हस्त लिखित दो पृष्ठीय स्व हस्ताक्षरित मांग पत्र डाक्टरी रिपोर्ट एवं परिचय पत्र की कॉपी लगाकर जिला प्रशासन को सौपा है एल आई यू द्वारा अपनी बात उच्च अधिकारियो तक पहुंचाई है । केवल किशोर पटेल निवासी ग्राम कटरा मजरे मोहना वि० ख० हरख जनपद बाराबंकी का निवासी है  जो विगत 7 अप्रैल से शराब व्यवसाई के खिलाफ अन्य किसानो के साथ धरने पर बैठे प्रशासनिक अधिकारियों को कर्मचारियों ने गलत सुचना देकर पागल बताकर गुमराह किया इसीलिए डाक्टरी सर्टिफिकेट भी संलगन कर दिया है । श्री पटेल ने यह भी बताया कि यदि आज शाम तक कोई सुनवाई न हुई तो कल 30 अप्रैल को प्राता 7 बजे पद यात्रा के माध्यम से अपने आवास से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे जहाँ पटेल संस्थान पर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे । पटेल कि अनेको मांगो में मुख्य मांगे यह है कि ग्रामीण अंचल में स्थान स्थान पर खुली शराब कि दुकाने जिनसे प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग कृषि पर कुप्रभाव डाल रहा है जिसे तत्काल बंद किया जाये । स्वामी नाथन आयोग की सिफारिश तत्काल कृषि क्षेत्र पर लागू की जाये  किसान आयोग का गठन किया जाये । किसानो के खाते में यूरिया,डी ए पी, डीजल की सब्सिडी खाते में तत्काल हस्तांतरित की जाये । जो सरकार कहती है की आवारा पशु कान्हा सेंटर पंहुचा दिए गए है हकीकत इससे इतर है । गलत सुचना प्रेषित करने वाले कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाये  । आवारा पशुओं से फसल बचाई जाये । किसान /मजदूर की आकस्मिक मृत्यु पर उसके परिवार को उसकी वार्षिक आय के 10 वर्ष के बराबर पारिवारिक पालन पोषण हेतु राशि दी जाये एवं कीटनाशक में व्यापरियों की अंध मुनाफा खोरी पर विराम लगाया जाये आदि अन्य कई मांगो का ज्ञापन एल आई यू के माध्यम से जिला प्रशासन को भेजा है ।