केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिनके अपनों पर गबन और किसानों की जमीनें हड़पने का आरोप हैं वो अगर प्रशासन को नसीहत न दें तो बेहतर रहेगा।
दरअसल, प्रतापगढ़ के एक व्यापारी की अमेठी पुलिस कस्टडी में हुई मौत पर प्रियंका गांधी ने कहा था कि यूपी पुलिस अपराधियों पर मेहरबान है लेकिन हर दिन नागरिकों को परेशान करने में माहिर है। जिस पर स्मृति ने पलटवार किया।
अपने दो दिवसीय अमेठी दौरे के पहले दिन स्मृति ईरानी ने मीडिया के सवाल पर बिना नाम लिए प्रियंका गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपनी सत्ता गुंडाराज में चलाई, आज वो योगी जी पर कटाक्ष कर रहे हैं। वो अपने गिरेबान में झांक कर देखें।
उन्होंने कहा कि मेरा पूरा विश्वास है कि सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगी लेकिन यूपी सरकार को नसीहत देने वालों से मेरा निवेदन है कि अगर वह वाकई में गरीब और किसान कल्याण में विश्वास रखते हैं तो सम्राट साइकिल की जमीन अमेठी को लौटा दें। ये पांच सालों से मेरा आग्रह रहा है लेकिन जिसने ये बयान दिया है उसके कान पर जूं नहीं रेंगी है।
प्रियंका गांधी ने किया था ये ट्वीट
यूपी पुलिस अपराधियों पर मेहरबान है लेकिन हर दिन नागरिकों को परेशान करने में माहिर है। प्रतापगढ़ के सत्य प्रकाश शुक्ला का परिवार बता रहा है कि उनको बच्चों के सामने टॉर्चर किया गया। हापुड़ में इस तरह की घटना हुई थी। भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।
अपने दो दिवसीय अमेठी दौरे के पहले दिन स्मृति ईरानी ने मीडिया के सवाल पर बिना नाम लिए प्रियंका गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपनी सत्ता गुंडाराज में चलाई, आज वो योगी जी पर कटाक्ष कर रहे हैं। वो अपने गिरेबान में झांक कर देखें।
उन्होंने कहा कि मेरा पूरा विश्वास है कि सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगी लेकिन यूपी सरकार को नसीहत देने वालों से मेरा निवेदन है कि अगर वह वाकई में गरीब और किसान कल्याण में विश्वास रखते हैं तो सम्राट साइकिल की जमीन अमेठी को लौटा दें। ये पांच सालों से मेरा आग्रह रहा है लेकिन जिसने ये बयान दिया है उसके कान पर जूं नहीं रेंगी है।
प्रियंका गांधी ने किया था ये ट्वीट
यूपी पुलिस अपराधियों पर मेहरबान है लेकिन हर दिन नागरिकों को परेशान करने में माहिर है। प्रतापगढ़ के सत्य प्रकाश शुक्ला का परिवार बता रहा है कि उनको बच्चों के सामने टॉर्चर किया गया। हापुड़ में इस तरह की घटना हुई थी। भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।
स्मृति ने तलाशीं बंद कारखानों को चलवाने की संभावनाएं
व्यापारियों के साथ बैठक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी। - फोटो : amar ujala
केंद्रीय महिला बाल विकास एवं पुष्टाहार/वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन अमेठी में बंद पड़े कल-कारखानों को पटरी पर लाने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने बीएचईएल गेस्ट हाउस में उद्यमियों के साथ बैठक कर लघु, सूक्ष्म एवं कुटीर उद्योगों के विषय की जानकारी हासिल की। साथ ही उद्यमियों से उद्योगों को बढ़ावा देने का खाका तैयार करने को कहा। उद्यमियों ने भी केंद्रीय मंत्री से अपनी दिक्कतें भी साझा कीं।
उद्यमियों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को शासन के मंशानुरूप कार्य करना होगा। उद्यमियों ने यूपीएसआईडीसी की खस्ताहाल सड़कों सहित अन्य दिक्कतों से उन्हें अवगत कराया। बैठक में औद्योगिक क्षेत्र में जर्जर विद्युत तार, बिजली कटौती का मुद्दा भी उठा। बैठक से बाहर आए उद्यमियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने उनकी समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया है।
मंत्री ने उद्यमियों से कहा कि अमेठी में अलग से इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाएगा। व्यापारियों की दिक्कतें दूर करने के लिए बैंकों के अलग से कैंप लगवाए जाएंगे। पुराने उद्यमियों को फैक्टरी चलाने में हर संभव सहयोग किया जाएगा। नई ईकाइयों को लगाने के लिए ऋण दिलवाया जाएगा। केंद्र और राज्य के कैबिनेट तथा राज्य के मंत्रियों को अमेठी में आमंत्रित कर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सहयोग लिया जाएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने की कोशिश भी होगी।
उद्यमियों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को शासन के मंशानुरूप कार्य करना होगा। उद्यमियों ने यूपीएसआईडीसी की खस्ताहाल सड़कों सहित अन्य दिक्कतों से उन्हें अवगत कराया। बैठक में औद्योगिक क्षेत्र में जर्जर विद्युत तार, बिजली कटौती का मुद्दा भी उठा। बैठक से बाहर आए उद्यमियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने उनकी समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया है।
मंत्री ने उद्यमियों से कहा कि अमेठी में अलग से इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाएगा। व्यापारियों की दिक्कतें दूर करने के लिए बैंकों के अलग से कैंप लगवाए जाएंगे। पुराने उद्यमियों को फैक्टरी चलाने में हर संभव सहयोग किया जाएगा। नई ईकाइयों को लगाने के लिए ऋण दिलवाया जाएगा। केंद्र और राज्य के कैबिनेट तथा राज्य के मंत्रियों को अमेठी में आमंत्रित कर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सहयोग लिया जाएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने की कोशिश भी होगी।