उन्नाव विधायक प्रकरण में दुष्कर्म पीड़िता के चाचा के मुकदमों के एक मात्र पैरोकार उसके ड्राइवर पर गुरुवार रात जानलेवा हमला किया गया। वह पीड़िता के वकील के सहायक अधिवक्ता से उन्नाव शहर से मिलकर गांव स्थित घर लौट रहा था। पांच हमलावरों ने पहले रास्ते में उसका घेराव किया फिर देर रात असलहों से लैस होकर उसके घर पहुंच पीटा। शुक्रवार सुबह पीड़ित ने एसपी को प्रार्थनापत्र देकर विधायक कुलदीप सेंगर के पांच सहयोगियों पर रिपोर्ट दर्ज करने और सुरक्षा की मांग की। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने तीन नामजद व दो अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की वहीं एलआईयू टीम ने पीड़ित को बुलाकर उसके बयान दर्ज किए हैं। दुष्कर्म पीड़िता के चाचा के जेल जाने और 28 जुलाई को रायबरेली में हुए रहस्यमय हादसे में उसकी पत्नी (पीड़िता) की चाची की मौत के बाद उसका रिश्तेदार (ड्राइवर) ही सभी मुकदमों की पैरवी कर रहा है।मुकदमों के सिलसिले में उसका अक्सर पीड़िता के वकील (दिल्ली एम्स में भर्ती) के सहायक अधिवक्ता के उन्नाव कचहरी स्थित बस्ते पर आना जाना था। एसपी को दिए गए प्रार्थनापत्र में पैरोकार ने बताया है कि गुरुवार को भी वह सहायक अधिवक्ता के बस्ते
उसने अपनी बाइक रोक दी तो पांचों ने पीड़िता के चाचा की पैरोकारी करने पर जान से मारने की धमकी दी। किसी तरह जान बचाकर वह घर पहुंचा। रात 10 बजे असलहों से लैस होकर विधायक के चारों सहयोगी फि र उसके घर पर आए और पीटना शुरू कर दिया। हत्या के इरादे से कनपटी पर तमंचा तान