मेरठ । बेहतर सेहत के लिए बच्चे को स्तनपान बेस्ट फीडिंग कराना बेहद जरूरी है। इसी उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है। अब ब्लाक केंद्रों पर हेल्दी बेबी शो भी आयोजित कराए जाएंगे। इसके अलावा मानिटरिंग के लिए बेबी फ्रेंडली मोबाइल एप भी लांच किया गया है। इसमें नवजात शिशुओं के स्तनपान का डाटा फीड होगा।
एडिशनल सीएमओ डा पूजा शर्मा ने बताया 1 अगस्त से जिले में चलाये जा रहे विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत विभाग के प्रयास से सरकारी व गैर-सरकारी अस्पतालों, प्रसव केन्द्रों,आगंनबाडी केन्द्रों पर महिलाओं में बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूता बढ़ी है। अब तब 8403 महिलाओं ने स्तनपान कराया है।
उन्होंने बताया कि स्तनपान की मॉनिटरिंग के लिये स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेबी फ्रेंडली मोबाइल एप लांच किया गया है। क्वालिटी एंश्योरेंस मैनेजर नर्स मेंटर प्रसव केन्द्र में जाकर रोजाना एक एक नवजात शिशु के स्तनपान का डाटा फीड करेंगे। यदि यह डाटा प्रसव केन्द्र प्रभारी द्वारा भेजे गये डाटा से भिन्न होगा तो कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया वर्ष 2015-16 में एनएफएचएस -4 के अनुसार प्रदेश में संस्थागत प्रसव की दर 68 प्रतिशत थी। शिशु के स्वास्थ्य के दृष्टिगत एक घंटे के अंदर स्तनपान आरंभ किया जाना चाहिए, लेकिन राज्य में एक घंटे के भीतर शिशु को स्तनपान कराने की दर 25 फीसद है। 1 अगस्त से विश्व स्तनपान सप्ताह चल रहा है। यह 7 अगस्त तक चलेगा। सभी जनपदों में प्रसूता एवं उसके परिजनों को बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जन्म से एक घंटे के बाद से ही स्तनपान कराने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। मां के दूध से बच्चों को मिलने वाले फायदे को बताने के लिए इस सप्ताह के अंतर्गत गोष्ठी, प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता इसमें भरपूर सहयोग कर रही हैं। ये घर-घर जाकर महिलाओं को जागरूक कर रही हैं। प्रदेश सरकार ने इस दिशा में एक और ठोस कदम उठाया है। अब इसकी निगरानी के लिए मोबाइल एप शुरू किया गया है।
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि डिलीवरी सेंटर से रोजाना नवजात शिशुओं का डाटा एप में फीड कराया जाएगा। बच्चों के इस डाटा का सीएमएस व केंद्र प्रभारी की तरफ से शासन को भेजी गई मासिक रिपोर्ट से मिलान किया जाएगा। एप का डाटा मासिक रिपोर्ट से न मिलने पर शासन स्तर से कार्रवाई भी की जाएगी।
मोबाइल एप में यह डाटा होगा फीड
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि जिला व क्वालिटी एंश्योरेंस मैनेजर नर्स मेंटर का नाम, विजिट की तारीख व समयए प्रसव का समय, प्रसव का प्रकार, बच्चे का वजन, केएमसी -कंगारू मदर केयर विटामिन के-1, म्यूकस, नाल काटने का समय, बर्थ कैंपेनियन, प्रसूता के साथ कोई है या नहीं, बच्चे ने स्तनपान कब शुरू किया इत्यादि बिंदुओं की जानकारी स्टाफ नर्स और आशा कार्यकर्ता द्वारा फीड की जाएगी। माह के अंत में एक चेक लिस्ट के आधार पर इस बेबी फ्रेंडली तथ्य का आंकलन किया जाएगा कि इकाई का बेबी फ्रेंडली स्कोर कितना है। इतना ही नहीं स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ब्लाक स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। जागरूकता एवं व्यवहार परिवर्तन के लिए होने वाले कार्यक्रमों में हेल्दी बेबी शो आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा माताओं को लेकर भी प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। कार्यक्रमों में मां अपने बच्चे को स्तनपान कराने से होने वाले फायदे बताएंगी। साथ ही यह भी बताएंगी कि उनका बच्चा कितना स्वस्थ है।
संजय वर्मा
बेबी फ्रेंडली मोबाइल एप से होगी ब्रेस्टफीडिंग की मानिटरिंग हेल्दी बेबी शो का भी होगा आयोजन