स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं बेहाल, लगातार शिकायत के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग   जिले के कई अधीक्षक गैर जिला स्थानांतरण? एक के बाद एक दो लाख से हो गये पुरस्कृत वाह वाही खूब बटोरी

रामसनेहीघाट, बाराबंकी। बनीकोडर सी एच् सी की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बदहाल हैं यह सी एच सी अपनी बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं पर आशु बहा रहा है । अस्पताल पर आए दिन आरोप लगते चले आ रहे हैं चिकित्सा अधीक्षक जिसे चिकित्सालय की व्यवस्थाएं संभल नहीं पा रही हैं अपनी बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के ऊपर सवालिया निशान उठ रहे हैं क्योंकि वार्ड के अन्दर वेड पर चादर तक नहीं मरीज अपने चादर डालकर लेटे देखे जा रहे है। वरिष्ठ पत्रकार अमर बहादुर सिंह द्वारा कहां गया कि सीएससी बनीकोडर में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बेहाल है दैनिक समाचार पत्रों में लगातार सीएससी बनीकोडर की अव्यवस्था के बारे में सुर्खियों में खबरें चलती रही तब जाकर स्वास्थ विभाग के प्रदेश स्तरीय स्थानांतरण की प्रक्रिया दिखी है जिसके अंतर्गत पिछले 21 जून को जिले में तैनात कई चिकित्सा अधीक्षकों को गैर जनपद स्थानांतरित किया जा चुका है जो अपने स्थानांतरण को रुकवाने के लिए ऐड़ी से चोटी जोर अजमाइश करने में पूरी तरह प्रयासरत है जबकि उनका स्वास्थ्य विभाग के शासनादेश अनुसार जिले में समय पूरा हो चुका है फिर भी वह ऊंची पहुंच की दौड़ लगाकर स्थानांतरण रुकवाने में लगे हुए हैं अब देखना यह है कि योगी सरकार में जो स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बहाल होने के बावजूद अपने पदों पर बने हुए हैं गैर जिला स्थानांतरित हो चुके गैर जिलों में तैनाती लेने ना जा कर स्थानांतरण रुकवाने में सफल होते हैं या फिर जारी सूची के मुताबिक अपने स्थानों पर जाकर कार्यभार ग्रहण करते हैं
         सी एच् सी बनीकोडर की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है दवाओं का टोटा के साथ मरीजो को बाहर से जांच व दवा लिखना तो आम बात है ही साथ ही साथ सरकार द्वारा दिये जा रहे निर्देश का पालन भी नही हो पा रहा है अभी बिगत माह मालिनपुर निवासी दोनों आंखों से दिव्यग से पैसा लेकर झूठ बोलकर ऑपरेशन बताया गया जबकि उसका ऑपरेशन किया ही नही गया इसके अतिरिक्त ताजा मामला संज्ञान में  अस्पताल से आया है कि  प्रभारी अधिक्षक द्वारा गर्म पट्टी न होने पर मरीज को रिफर कर दिया जाता है  महिलाओं की जांच व डिलीवरी की सुबिधाये न के बराबर है आशा कार्यक्रतियो के साथ आने वाली महिलाओं को सुबिधाये नही मिल पा रही है प्रसूताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । आशा बहुओ का आरोप है कि अस्पताल के डाक्टरों द्वारा उनकी बात तक नहीं सुनते और सुनी तो कड़क आवाज में बात करते हुए मरीज को जिला पर दिखाने की बात कहते है  और अस्पताल में बाहर से जांचे करवाने को बताया जाता है  जबकि बाहर से जांच करवाना या बाहर से जांच करवाने की सलाह देते है । यही नही मानदेय पर कटौती भी की जाती है । चैबीस घंटों काम करने पर जो मानदेय आता है बिना सुबिधा शुल्क के चेक नही दिया जाता है ।
      बनीकोडर सीएच्सी की हालत वद से बदत्तर हो गई है। जिले के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा भी इस तरफ ध्यान नही दे रहे हैं। मरीजो को कोई भी सुबिधाये नही मिल पाती और सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुबिद्याए के नाम पर दी जा रही धनराशि का सदप्रयोग के बजाय कहां खर्च हो रहा है, इस पर भी जांच नही हो पा रही है।