बाराबंकी। सोनभ्रद नरसंहार योगी सरकार की विफलता है और प्रदेश में कानून व्यवस्था के नाम पर जंगलराज के कारण हुआ है जैसा मुख्यमंत्री कहते हैं कि कांग्रेस की नीतियों के कारण यह हुआ है वह उनकी गलत बयानी है।
यह बात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा आयोजित प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने कहा। उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि अक्टूबर 2017 को 148 बीघा जमीन आशा मिश्रा ने ग्राम प्रधान यज्ञदत्त व उनके रिश्तेदारों को बेच दी थी खेतिहर आदिवासियों के विरोध के फलस्वरूप तत्कालीन जिला मजिस्टेªट ने दाखिल खारिज रोक दी थी। किन्तु योगी सरकार के चहेते अधिकारी के पहुंचने पर दाखिल खारिज प्रशासन की शह पर कब्जा परिवर्तन का कार्य नरसंहार करके होने लगा जिसमें ग्यारह लोगों की हत्या हो जाती है और भारी तादाद में लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं।
पार्टी के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने कहा कि दाखिल खारिज करने से लेकर जितने भी प्रशासनिक अधिकारी है वह नरसंहार के दोषी है। पार्टी के सहसचिव शिव दर्शन वर्मा ने कहा कि आवारा पशुओं के कारण किसानों की खेती बरबाद हो गयी। किसान सभा के जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि हद तो यह हो गयी है कि जिलाधिकारी कार्यालय और दीवानी परिसर में आवारा पशु लड़ते नजर आ रहे हैं परन्तु सरकार इसे रोकने में असफल है।
बाद में नारे लगाते हुए आंदोलनकारियों ने गांधी भवन से चलकर पटेल चैराहा होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्टेªट राम नरायन यादव को सौंपा।
प्रदर्शनकारियों में प्रवीण वर्मा, शिवराम, गिरीश चन्द्र, श्याम सिंह, सरदार भूपेन्द्र पाल सिंह शैकी, राजेन्द्र बहादुर सिंह, दलसिंगार, वीरेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, मुनेश्वर बख्श वर्मा, अमर सिंह प्रधान, राम विलास, सुभाष चन्द्र, उमाकान्त, रामेश्वर प्रसाद, महेश प्रसाद, रमेश चन्द्र, अनुपम वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।
सोनभद्र नरसंहार योगी सरकार की विफलता है: रणधीर सिंह सुमन