सोनभद्र के नरसंहार ने साबित कर दिया हैं कि प्रदेश में कानून का नही दबंगो का राज हैं।

बाराबंकी 19 जुलाई:- सोनभद्र के नरसंहार ने साबित कर दिया हैं कि प्रदेश में कानून का नही दबंगो का राज हैं। प्रदेश सरकार तथा स्थानीय प्रशासन जमीनी विवाद बताकर अपनो को बचाने की कोशिश कर रहा हैं जबकि हकीकत में यह जमीनी विवाद नही सामूहिक नरसंहार हैं। पार्टी की महासचिव व प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी जो नरसंहार पीड़ितों से मिलने जा रही थी उन्हें गिरफ्तार करके प्रदेश की योगी सरकार ने साबित कर दिया हैं कि उक्त नरसंहार जिसमें 11 गरीब आदिवासियों की जान गयी हैं और दर्जनों निर्दोष गरीब दबंगो के कहर में घायल हुए हैं, उसके लिये स्थानीय प्रशासन तथा प्रदेश सरकार दोषी हैं। प्रियंका गांधी जी की गिरफ्तारी ने हमें गरीब व पीड़ितों के लिये इंसाफ की लड़ाई लड़ने तथा जेल जाने का पैगाम दिया हैं।
उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता तनुज पुनिया ने आज अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा जो जनपद सोनभद्र के ग्राम उम्भा में हुए भीषण नरसंहार में अपनी जान गवां बैठे नरसंहार पीड़ितों से मिलने जा रही थी उनकी गिरफ्तारी के विरोध में नगर के छाया चैराहे पर प्रदेश सरकार का पुतला दहन तथा प्रियंका गांधी की रिहाई की मांग करते हुए शहर के मुख्य मार्ग को जाम करके कंाग्रेसजनो के साथ गिरफ्तारी देने के पूर्व व्यक्त किये। धरना प्रदर्शन के पश्चात् विधानसभा जैदपुर के प्रदेश प्रभारी पूर्व मंत्री आर.के.चैधरी, कांग्रेस अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा, पूर्व विधायक सरवर अली खां की अगुवाई में 58 कांग्रेसजनों ने तनुज पुनिया के साथ गिरफ्तारी दी, जिन्हें देर शाम पुलिस लाइंस से रिहा कर दिया गया।
राष्ट्रीय महासचिव प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर गिरफ्तारी देने वालों मे मुख्य रूप से तनुज पुनिया, आर.के.चैधरी, अमरनाथ मिश्रा, सरवर अली खां, इरफान कुरैशी, सरजू शर्मा, ज्ञानेश शुक्ला, दीपक सिंह, के.सी.श्रीवास्तव, सिकंदर रिजवी, अकील अंसारी, सत्य प्रकाश वर्मा, रामहरख रावत, प्रदीप मौर्या, सूफियान अख्तर, मो. मोहसिन, मुइनुद्दीन अंसारी, शबनम वारिस, सना मुही, मो. इजहार एडवोकेट, अरशद अहमद, हरिताश यादव, विशाल वर्मा, राजेन्द्र सोनी, हारून वारसी, शुऐब शिब्बू, बब्लू गौतम सहित दर्जनों कांग्रेसजन थें।