सरहंग दबंगों के हौसले बुलंद, कमजोरों गरीबों की जमीन जायदाद राम भरोसे

रामसनेहीघाट, बाराबंकी। योगी सरकार में सरहंग दबंग की मिसाल इन दिनों गांवो में देखी जा रही है जहां सीधे-साधे गरीब की जमीनों पर अवैध कब्जे का सिलसिला दिन प्रतिदिन अबाध गति से चल रहा है।
 बताते चलें कि थाना कोतवाली रामसनेही घाट के ग्राम जेठबनी निवासी सत्रोहन लाल पुत्र बद्री प्रसाद ने उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट को दिए गए लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि गांव के दबंग लोगों ने मिलकर उसके पूर्वजों के जमाने से लग रहे गांव के पूर्वी बाहर भूमि उस के घूर गड्डे पर जबरिया घूर पड़ोसियों ने लगाना शुरू किया। जबकि वह भूमि उसकी पूर्वजों से कायम मुकाम उसी का दखल है जिस पर 70 वर्ष पुराने नीम व चिलवल के पेड़ लगे हुए हैं। इस पर किसी भी ग्रामवासी का कभी कोई कब्जा दखल नहीं रहा है। फिर गांव के प्रभावशाली दबंग ने योजनाबद्ध होकर उसके घूर लगाने के स्थल पर जबरिया शौचालय का निर्माण करा रहे है।ं विरोध जताने पर उससे अभद्रता कर जान से मारने को धमकाया। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार तपन कुमार मिश्रा ने प्रभारी निरीक्षक रामसनेहीघाट को  विधि सम्मत कार्रवाई करने का लिखित दिशा निर्देश दिया। 
जिस पर प्रभारी निरीक्षक आलोक मणि त्रिपाठी ने हल्का में तैनात तेजतर्रार वरिष्ठ उपनिरीक्षक पतिराम यादव को प्रकरण की निष्पक्ष जांच उपरांत दोषी जनों पर कार्रवाई किए जाने का दिशानिर्देश किया है। देखना यह है कि जहां दबंग सरहंग गरीब सीधे-साधे की जमीन पर बेजा हस्तक्षेप कर काबिज होना चाह रहे हैं, तो वही न्याय प्रिय दरोगा द्वारा उन पर कार्रवाई की जाती है या फिर मामला ज्यों का त्यों  ढाक के तीन पात सा ही रहता है।