सबका साथ सबका विकास की बात कहने वाली भाजपा सरकार में टिकैतनगर पुलिस ने बड़ा कारनामा

टिकैतनगर-बाराबंकी- सबका साथ सबका विकास की बात कहने वाली भाजपा सरकार में टिकैतनगर पुलिस ने बड़ा कारनामा करते हुए एक पिछड़ी जाति की महिला के प्रार्थना पत्र पर एक युवक के खिलाफ एस सी एस टी का मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस के इस कारनामें से इस घटना पर ही सवालिया निशान उठ खड़े हुए वहीं टिकैतनगर पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के चार दिन बीतने के बाद भी आरोपी युवक का चालान नहीं भेजा जा रहा है और कटघरे में उसे यातनाए दी जा रही है। 
                घटना थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम सराही की है। यहां के निवासी निवासी उमाशंकर सिंह का कहना है उनकी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुशील सिंह से वर्षों से दीवार उठाने के मामले को लेकर रंजिश चल रही है और  20 जुलाई 2019 की शाम को उसका पुत्र रितेश सिंह धान लगवाने के लिए मजदूर खोजने गांव में ही पूर्वी मुहल्ले पुरवा गया था और इसी का फायदा उठा कर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने अपने चहेती सरोज पत्नी गुड्डू लोनिया से थाने में फर्जी शिकायत करवा दी। उमाशंकर सिंह का कहना है कि उसके पुत्र को बिना किसी जांच पड़ताल के टिकैतनगर पुलिस ने हिरासत में ले लिया ग्राम प्रधान प्रतिनिधि से सांठ-गांठ करके उसके पुत्र रितेश कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 258/19 धारा 354 ,379, 506 तथा दलित उत्पीड़न व पास्को एक्ट का फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया। इस मामले में फर्जीवाडे का प्रमाण यह कि सरोज पत्नी गुड्डू के नाम आधार कार्ड 776662802316
जाॅब कार्ड संख्या UP-48-014-038-001/15 जारी है इसके अलावा मृतक गुड्डू लोनिया की पत्नी के नाम से विधवा पेंशन प्राप्त कर रही है और विधवा पेंशन संख्या 314810513512  मतदाता पहचान  पत्र संख्या एस एफ ए 1881879 में सरोज पत्नी गुड्डू दर्ज है और अन्त्योदय कार्ड संख्या 2176204249174917 भी सरोज पत्नी गुड्डू के नाम पर बना हुआ है और इंदिरा आवास व शौचालय भी सरोज पत्नी गुड्डू के नाम पर मिला हुआ है ।बात यहीं खत्म नही होती है सरोज द्वारा आवास के लिए दिए गए शपथ पत्र में खुद सरोज पत्नी गुड्डू स्वीकार किया है तो गुड्डू लोनिया की कृषि जमीन की वरासत भी सरोज पत्नी गुड्डू के नाम से हुई है कृषि जमीन गाटा संख्या 810 अ में सरोज पत्नी गुड्डू के अलावा उनकी पुत्री काजल पुत्री गुड्डू अमर विशाल तथा विक्की पुत्रगण गुड्डू दर्ज है। 
बावजूद इसके दलित एक्ट का फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया गया।  अब सवाल यह उठता है कि जब पीड़िता ने 20 जुलाई को शिकायत की और पुलिस ने  मुकदमा 23 तारीख़ को दर्ज किया तो क्या पुलिस मामले की गहनता से जांच पड़ताल क्यो नही की। और एक पिछड़ी जाति की महिला को दलित बनाकर मुकदमा दर्ज एक युवक का जीवन बरबाद करने की कोशिश कर रही है। इस मामले में कौन दोषी है शिकायतकर्ती या पुलिस अथवा दोनों और क्या मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी या यूँ ही कानून का मजाक उड़ाया जाता रहेगा।इस मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट  पवन गौतम का कहना है कि विवेचना में एस सी एस टी हटा दिया है और मामले की छानबीन की जा रही है। 


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टिकैतनगर-बाराबंकी- चार दिन से पुलिस हिरासत में क़ैद युवक झेल रहा है पुलिस की प्रताड़ना। मानवाधिकार आयोग के नियमों की खुलेआम उड़ रहा माखौल।  जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं। 
         थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम सराही के दलित उत्पीड़न व छेडछाड के मामले में 23 जुलाई को  हिरासत में लिए गए आरोपी युवक रितेश सिंह का चालान पुलिस द्वारा चार दिन बीत जाने के बाद भी नहीं भेजा जा रहा है और मानवाधिकार के नियमों को ताक पर रख यातनाए दी जा रही है जब युवक को हिरासत में लिए हुए चार दिन बीत चुके हैं लेकिन अफसोस जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं। 
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टिकैतनगर-बाराबंकी - एक माह पहले जाॅब कार्ड से मजदूरी का पैसा निकालने वाली पिछड़ी जाति की महिला ने दलित बनकर युवक के खिलाफ दर्ज कराया दलित उत्पीड़न का मुकदमा। 
मामला थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम सराही की है। यहां की निवासिनी सरोज पत्नी गुड्डू ने 17-6-2019 को अपने जॉब कार्ड पर 2184 रूपये निकाले थे तब वह गुड्डू लोनिया की पत्नी थी लेकिन एक महीने बाद ही उसने लालचंद रावत की पत्नी बनकर रितेश कुमार सिंह पर दलित एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया जो हास्यास्पद है अब देखना यह है कि फर्जीवाडा करके दलित एक्ट का मुकदमा लिखवाने वाली महिला के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करती या नहीं।