मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकवाद विरोधी विभाग ने किया। भारतीय विदेश मामलों के जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान ने ये कदम अमेरिका को ध्यान में रखते हुए उठाया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 21 जुलाई को अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। अमेरिका शुरू से ही आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के प्रति कड़ा रुख रखते आया है। यही कारण है पाकिस्तान ने ये गिरफ्तारी की है। पाकिस्तान नहीं चाहता कि अमेरिकी दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आतंकवाद को लेकर इमरान खान से कुछ भी कहें। भारत के विरुद्ध इस संगठन ने कई हमले किए हैं। शुरू में इस संगठन का उद्देश्य अफगानिस्तान से सोवियत सैनिकों को बाहर निकालना था लेकिन अब इस संगठन का उद्देश्य कश्मीर को भारत से अलग करना है।
मुंबई हमले का गुनाहगार
हाफिज सईद के संगठन का नाम साल 2008 में हुए मुंबई हमले में भी आया था लेकिन बाद में इस संगठन ने इस आरोप को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि वह कश्मीर के बाहर अपनी कार्रवाई नहीं करता। ये संगठन पाकिस्तानी सेना और सरकार पर भी कई हमले कर चुका है।
लाल किले पर हमला
साल 2002 में इस संगठन के उग्रवादियों ने दिल्ली के लाल किले पर हमला कर दिया था। इसके बाद 2001 में श्रीनगर हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले और अप्रैल 2001 में सीमा सुरक्षाबल के जवानों की हत्या के पीछे भी यही संगठन जिम्मेदार था।
नए नाम से हुआ सक्रिय
नए नाम से हुआ सक्रिय
पहले तो ये संगठन अपने किए सभी हमलों की जिम्मेदारी लेता था लेकिन बाद में इसने हमलों की जिम्मेदारी लेना भी बंद कर दिया। ये संगठन बाद में जमात-उद-दावा नाम से सक्रिय हो गया।
समूचे दक्षिण एशिया को कट्टरपंथी बनाने का उद्देश्य
यह संगठन समूचे दक्षिण एशिया को कट्टरपंथी बनाने में यकीन रखता है। सऊदी अरब की मदद से चलने वाले इस संगठन ने साल 2000-2001 में भारत में कई आतंकी हमले किए हैं। इस संगठन को सितंबर 2001 में अमेरिका पर हुए हमले के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने प्रतिबंधित कर दिया था। वहीं इसके नेताओं की गतिविधियों को भी सीमित कर दिया गया था। साल 2005 में कश्मीर में भूकंप आने के बाद दान मांगने के नाम पर इस संगठन को फिर से सक्रिय होने का मौका मिल गया।
इंजीनियरिंग का प्रोफेसर हाफिज
ये जानकर हैरानी होगी की आतंकवादी हाफिज सईद पढ़ा लिखा है और लाहौर विश्विविद्यालय में इंजीनियरिंग का प्रोफेसर रह चुका है। उसने 1987 में इस संगठन की स्थापना की थी। ये संगठन खुद को वहाबी इस्लाम के आदर्श का अनुयायी मानता है।