मोदी योगी शासन में नहीं हो पा रहा किसानों का हित

बाराबंकी। किसानों के बीच चर्चा को अगर गंभीरता से लें तो उनमें चर्चा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा जो बजट पास किया गया है। वह बिल्कुल किसान हित में नहीं है। 
दोबारा प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने चुनाव के पहले बहुत बड़े बड़े वादे किये गये थे किसान की आय दोगुनी की जाएगी बिजली सस्ती की जाएगी और एक कहावत कह रहे थे कि दवाई मुफ्त और पढ़ाई मुक्त की जाएगी। लेकिन कोई भी ऐसा बजट नहीं पास किया गया है। जो किसान के हित में हो ना कर्जमाफी पूरी खत्म हुई ना बच्चों के भविष्य के लिए कोई पढ़ाई को देखते हुए कुछ ऐसा कदम उठाया गया। ना गरीब किसानों के लिए खाद बीज की कोई उचित व्यवस्था की गई और ना ही कच्चे तेल जैसे डीजल और मिट्टी तेल पर कोई सस्ते कदम उठाए गए। 
इन सभी को देखते हुए आज के बजट से किसान जितनी भी आशा किए हुए थे सब आ निराशा में बदल गई जिस उम्मीद से किसान ने माननीय प्रधानमंत्री जी को देश की लगाम सौंपी गयी है वही किसान आज अपने को बहुत ही ठगा महसूस कर रहा है आज के बजट से किसान विरोधी कहा जाएगा जो हमारा किसान देश व प्रदेश का अंन दाता कहा जात है वहीं अगर अपने आप को ठगा महसूस कररहा है गन्ने का पैसा अभी तक भुक्तान नही किया गया हमारे देश का यह बजेट किसान बिरोधी है क्या होगा यह आप सभी लोग खुद समझ सकते हैं।