छतौरा ग्राम पंचायत में पात्रों को नहीं मिल पाए शौचालय यानी रकम भी खर्च और ग्राम भी ओडीएफ नहीं

कोठी, बाराबंकी। सिद्धौर ब्लाॅक की ग्राम पंचायत छतौरा सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाएं स्वच्छ भारत मिशन ग्राम प्रधान से लेकर ग्राम विकास अधिकारी सहित सहायक विकास अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम पंचायत छतौरा में 44पात्रों को ही शौचालय निर्माण के लिए धनराशी मुहैय्या नहीं हो पाईं दूसरे जिन्हें मिली उनके पास शौचालय या तो पहले से थे या फिर बने ही नहीं। जबकि सरकार द्वारा चलाई गई योजना को सरकारी कर्मचारी नजरअंदाज करने में बाज नहीं आ रहे हैं। 
राज्य और केंद्र सरकार का यह आदेश खुले में शौच मुक्त करना सरकारी कार्यप्रणाली में मजाक बन कर रह गया है। प्रधान व अधिकारी की मिलीभगत से कमीशन खोरी के चलते छतौरा  ग्राम पंचायत में 44 ऐसे पात्र में जिनका सूची में नाम अंकित है उसके बावजूद भी ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव शौचालय बनवाने में किनारा कस रहे हैं। उधर समस्त ग्रामीणों जैसे नवमी लाल. अशोक कुमार. ब्रह्मानंद. उमेश चंद. पुत्ती लाल. जगदीश .राधेलाल .मलके कैलाश. रामसजीवन .नंदकिशोर. राम मिलन. का कहना है कि कुछ महीना पहलेग्रामप्रधाननेशौचालय बनवाने कहा था लेकिन आज तक ग्राम पंचायत छतौरा मैं एक भी शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है नौनिहालों से लेकर बड़े बूढ़े व महिलाएं खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं और वहां की जनता शौचालय बनवाने के लिए कई बार प्रधान के दरवाजे से लेकर ब्लॉक के दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई भी अधिकारी व प्रधान इन का दर्द सुनने वाला नहीं है। जब इसके बारे में खंड विकास अधिकारी सिद्धौर सरिता गुप्ता से बात की गई। तो उन्होंने बताया कि जिनका सूची में नाम है शौचालय बनवा लें और 12 हजार की धनराशि की चेक मुझसे प्राप्त कर लें।