18 दिन में जब नहीं हुई सुनवाई मजबूर होकर पीड़िता ने कर दी भूख हड़ताल




बाराबंकी । 18 दिन में जब नहीं हुई सुनवाई मजबूर होकर पीड़िता ने कर दी भूख हड़ताल । ।पीड़िता रामरती रावत ,नैनसी रावत व माधव रावत एक जुलाई से गन्ना संस्थान में अनिश्चत कालीन धरने पर बैठे थे।पीड़ितों ने बताया हम सब ग्राम सलेम पुर थाना असन्द्रा के गरीब दलित हैं।हमारे ग्राम के ही जग प्रसाद पुत्र भगौती गब्बर,रोशन,रामराज व भलई पुत्रगण जग प्रसाद जो दबंग व बदमाश किस्म के आदमी हैं,जिनका प्रार्थिनी से विवादित भूमि का मुकदमा  सिविल जज महोदय जू.डि. कोर्ट नं.-14 बाराबंकी की अदालत पर विचाराधीन है।जिसमें तारीख पेशी 30 - 07- 2019नियत है। इसी विवादित भूमि पर विपक्षी जनों ने विगत 15- 06- 2019 को अपनी  गुंडई व दबंगई केबल पर जबरदस्ती बंगला रखकर कब्ज़ा कर लिया है।रोकने पर गन्दी गन्दी गालियाँ दी और भगा दिया ।पीड़िता ने यह भी बताया कि मुझेअवैध कब्जे का  पहले से शक था जिसकी जानकारी दिनांक 12-06-2019 को पुलिस चौकी दिलावलपुर को व 15-06 2019 को थाना असन्द्रा को लिखित प्रार्थना पत्र के माध्यम से दी थी ।जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो दिनांक -18 -06 -2019 को पुलिस अधीक्षक महोदय से व्यक्तिगतमिलकर तथा डाक द्वारा प्रार्थना पत्र भेज कर अवगत कराया।थाना दिवस मे भी शिकायत की,यही नहीं मा.मुख्य मंत्री जी को भी इण्टरनेट द्वारा पत्र भेज अवगत कराया।इसके बावजूद जब नहीं सुनवाई हुई तो पुनः समस्त सम्बंधित अधिकारियों को अवत कराया कि यदि अवैध कब्ज़ेदारों सेखाली कराकर मुझे कब्जा नहीं दिलाया गया तो।एक जुलाई से अनिश्चत कालीन धरने पर बैठ जायेंगे । धरने पर बैठे 18 दिन हो गये किसी ने ध्यान नहीं दिया।इसीलिये हम रामरती रावत ने 20 जुलाई  प्रातः 7:00 बजे से  भूख हड़ताल शुरू कर दी है । मैंने इसकी लिखित सूचना दे दी व प्रेस के माध्यम से भी अवगत करा दिया ,यदि 18 जुलाई से पहले सुनवाई न हुई तो हम भूख हड़ताल करेंगे ।सुनवाई न होने पर हमनें भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अब चाहे प्राण निकल जाए मांगे पूरी होने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी ।