भाकियू ने शिक्षा में भ्रष्टाचार के खिलाफ एडीएम को दिया ज्ञापन

बाराबंकी। शिक्षा विभाग में व्याप्त अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने एक ज्ञापन एडीएम को सौंपा। मांगे न पूरी होने होने की दशा में भाकियू ने आंदोलन की चेतावनी दी है। बताते चलें कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत 25 प्रतिशत गरीब छात्रों को निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में। निशुल्क शिक्षा देने का प्रावधान है। परन्तु इसके बावजूद निजी विद्यालयों द्वारा उनसे सामान्य फीस वसूली जा रही है। यही नही निजी शैक्षणिक संस्थानों द्वारा सत्र शुरू होने पर अभिभावकों से प्रवेश शुल्क के नाम पर अवैध वसूली भी तमाम प्राविधानों के बावजूद जिम्मेदारों की मिलीभगत के चलते अनवरत जारी है। इसी तरह गैर शैक्षणिक माह मई और जून की फीस पहले ही जमा करा ली जाती है। इन तमाम समस्याओ के मद्देनजर शिक्षा विभाग पर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल, जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा व संरक्षक उत्तम वर्मा ने संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त एक ज्ञापन अपर जिलाधिकारी सन्दीप गुप्ता को सौंपा।  जिसपर जानकारी देते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल ने बताया कि निजी स्कूलों की मनमानी की वजह से अभिभावकों का शोषण किया जा रहा है इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग की खाऊ कमाऊ नीति की वजह सरकारी शिक्षा के साथ प्राइवेट शिक्षा भी सरकारी शिक्षा की तरह ही बेपटरी हो केवल धन वसूली का माध्यम बन गई है। जिसमें सुधान के लिए भाकियू कृतसंकल्प व आंदोलन के लिए पूरी तरह कमर कसे है।
इसके साथ ही ज्ञापन में बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सरकारी स्कूलों में सही समय से छात्रों को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने की मांग भी की गई है।
ज्ञापन देने वालो में मुख्य रूप से मीडिया प्रभारी सतीश वर्मा रिन्कू, ब्लॉक अध्यक्ष रामानंद वर्मा, सनत वर्मा, पन्नालाल, रामसिंह, ओम प्रकाश आदि मौजूद र