80जरूरतमंदों में फूडबैंक ने वितरित किया अनाज

रामसनेहीघाट, बाराबंकी। प्रदेश के हर नागरिकों व बचो तथा महिलाओं को भोजन व जीने का अधिकार है साथ ही साथ शिक्षा व संस्कार देना सभी का उत्तरदायित्व है इसके लिए यह संस्था लोगो को भोजन शिक्षा आदि उपलब्ध करा रही है इसके लिए बधाई के पात्र है ।   बनीकोडर ब्लॉक में आयोजित जरूरतमंद एवं कमजोबेसहारा बच्चों, महिलाओं वृद्धजनों के लिए संचालित उप्र फूड बैंक द्वारा 21वें माह के बनीकोडर एवं दरियाबाद ब्लाक के 80 जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न(राशन) वितरण  उपजिलाधिकारी राजीव कुमार शुक्ला द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों व महिलाओं को राशन के पैकेट वितरित किये और कहा कि हर बच्चे को संतुलित भोजन मिलना उसका अधिकार है, उसे अच्छी शिक्षा, और अच्छे संस्कार मिले यह हम सभी की जिम्मेदारी है। एसडीएम श्री शुक्ल ने आगे कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार ऊपर से थोपे नही जा सकते, यह अच्छे संस्कार माता पिता के कर्मो और जीवन शैली से मिलते हैं। दुर्भाग्य से जिन बच्चों के माता पिता बचपन में ही साथ छोड़ कर स्वर्गवासी हो गए उन बच्चों को भी शिक्षा, संतुलित पौष्टिक भोजन के साथ ही अच्छे संस्कारो का माहौल मिलना चाहिए। एसडीएम ने इन बच्चों व महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए निर्देश भी दिए।  राशन वितरण एवं एकत्र करने में चाइल्ड लाइन टीम से लीडर अवधेश कुमार, जियालाल, राम कैलाश, अखिलेश कुमार, मनीष सिंह आदि लोगों का सराहनीय योगदान रहा। इस कार्यक्रम में ग्राम नाथूपुर के ग्राम प्रधान, पत्रकार ठा. पुष्पेंद्र सिंह सहायक विकास अधिकारी राजेश तिवारी, पंकज राणा, संस्थान के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, चाइल्ड लाइन टीम सदस्य अंजलि जायसवाल, राम कैलाश, अखिलेश कुमार सहित तहसील व ब्लाक के कई कर्मचारी व समाजसेवी गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


Popular posts
कुछ दिन बाद होनी थी शादी, दुल्हन की मां को भगा ले गया दूल्हे का बाप
Image
क्रिकेटर मोहम्मद शमी के खिलाफ अब हाईकोर्ट जाएंगी हसीन जहां, पुलिस के खिलाफ भी दायर करेंगी याचिका
Image
दुकान में आग लगाने का लगाया आरोप इलेक्ट्रानिक्स की दुकान में अग्निकाण्ड में हजारों की क्षति
पीसीएस 2002 बैच के द्वितीय स्थान पर चयनित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे वर्तमान में मऊ जिले के मुख्य विकास अधिकारी अरबिंद मिश्रा को अंजू कटियार के स्थान पर लोकसेवा आयोग का परीक्षा नियंत्रक बनाया गया।
Image
छत बिहीन शौचालय का निर्माण