प्रदेश के कुछेक इलाकों में बुधवार को गरज-चमक केसाथ धूल भरी आंधी-अंधड़ चलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है। वहीं कुछेक स्थानों पर गरज-चमक केसाथ बौछारें पड़ सकती हैं या फिर बूंदाबांदी हो सकती है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्त ने बताया कि पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कुछेक इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी आ सकती है।
जम्मू कश्मीर के पास सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के चलते पश्चिमी राजस्थान-पश्चिमी मप्र के आसपास चक्रवाती दबाव बना हुआ है जिसकेचलते मौसम का मिजाज बदलेगा।
हालांकि प्रदेश में गर्मी के तेवर से राहत मिलने के अभी आसार बहुत कम हैं। अधिकतम तापमान तपाता रहेगा। बुधवार को प्रयागराग 45.6 डिग्री के साथ प्रदेश में सबसे गर्म स्थान रहा।
गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। बारिश नहीं हो रही है। पिछले माह से गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मई माह के शुरू के कुछ दिन तक मौसम के करवट बदलने से लोगों ने राहत महसूस की थी। जिले के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी के साथ मौसम का मिजाज बदल गया था।
इस बीच एक बार फिर गर्मी के तेवर बढ़ते गए। मंगलवार को दिन में सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। लू के थपेड़ों ने लोगों का घर से बाहर निकला दुश्वार कर दिया है। गर्म हवाओं के चलते कूलर पंखे सब फेल हैं।
दोपहर के समय मुंह पर कपड़ा बांधकर सिर्फ वहीं लोग घर से बाहर निकलते दिखाई दे रहे, जिनको जरूरी कार्य निपटाना होता है। मौसम विशेषज्ञ एचएस कुशवाहा ने बताया कि 22 मई से तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला आरंभ होगा।
इसके चलते लू और आंधी से राहत मिलेगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि गर्मी का प्रकोप कम हो जाएगा। तापमान में भी इजाफा होने की बात कही गई है।
इस बीच एक बार फिर गर्मी के तेवर बढ़ते गए। मंगलवार को दिन में सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। लू के थपेड़ों ने लोगों का घर से बाहर निकला दुश्वार कर दिया है। गर्म हवाओं के चलते कूलर पंखे सब फेल हैं।
दोपहर के समय मुंह पर कपड़ा बांधकर सिर्फ वहीं लोग घर से बाहर निकलते दिखाई दे रहे, जिनको जरूरी कार्य निपटाना होता है। मौसम विशेषज्ञ एचएस कुशवाहा ने बताया कि 22 मई से तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला आरंभ होगा।
इसके चलते लू और आंधी से राहत मिलेगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि गर्मी का प्रकोप कम हो जाएगा। तापमान में भी इजाफा होने की बात कही गई है।
बोले कृषि वैज्ञानिक
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसएस ढाका के मुताबिक बारिश से सब्जियों की फसल को आमतौर पर फायदा होगा। जिन फसलों की बुवाई की गई है। उनके लिए भी बारिश लाभकारी साबित होगी। उन्होंने कहा कि जिले में इस वक्त गेहूं की कटाई चल रही है। 70 फीसदी गेहूं की फसल कट चुकी है। अगर ओलावृष्टि होती है तो गेहूं की बालियां झड़ जाएंगी। तेज हवाओं से आम की फसल को भारी नुकसान होगा। वहीं आम की फसल को नुकसान होने की संभावना है।