मेले देश की सांस्कृतिक विरासत है इससे मेल मिलाप एवं भाईचारा बढ़ता है एवं इस प्रकार के हस्तशिल्प मेलो में हस्तशिल्पयो द्वारा निर्मित उत्पादों के विक्रय हेतु एक बाजार मिलता है जिसमे हस्त शिल्पी एवं लघु उधमियो को अपने उत्पाद को विक्रय करने में सहयोग मिलता है उक्त कथन शहर के ग्यासनगर में आयोजित राष्ट्रीय एकता मेला एवं प्रदर्शनी के अंतर्गत फन एंड फेयर 2019 का बतौर मुख्य अतिथि उद्धघाटन करते हुए सदर विधायक धर्मराज सिंह उर्फ सुरेश यादव ने कही।उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प आजीविका का एक महत्वपूर्ण साधन बन सकता है।
विधायक धर्मराज ने कहा कि हस्तशिल्प हमारी संस्कृति, परम्परा,वा विरासत की पहचान है छोटे उधमी विपरीत परिस्थितियों में अपनी संस्कृति,परम्परा एवं विरासत को आगे बढ़ा रहे है लिहाजा उन्हें उनकी मेहनत का पूरा हक़ मिलना जरूरी है।
विधायक ने कहा कि शिल्प क्षेत्र में हुनर को तराशने एवं रोजगार श्रृजन
की खासी संभावनाएं हैं युवाओं को इस क्षेत्र में आगे आना चाहिए।साथ ही लोगो से आह्वान किया कि हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करें।
की खासी संभावनाएं हैं युवाओं को इस क्षेत्र में आगे आना चाहिए।साथ ही लोगो से आह्वान किया कि हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करें।
विधायक ने हस्तशिल्पयो द्वारा निर्मित विभिन्न कलाकृतियों से सजी दुकानों का अवलोकन किया एवं दस्तकारों से उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर राजीव गुप्ता बब्बी,सलमान सल्लू,राजेश चौबे,उसामा अंसारी,कामता प्रसाद यादव,रिज़वान संजय, नोमान मलिक,बाबुल मिश्रा,अमित यादव आनंद,वीरेंद्र यादव,जसवंत यादव, समेत कई लोग मौजूद रहे।