शिवपाल यादव ने दिलीप बघेल को उत्तर विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया था। रविवार को उपचुनाव के लिए यहां मतदान सम्पन्न हुआ। सोमवार को दिलीप बघेल ने प्रसपा से इस्तीफा दे दिया। बघेल ने प्रसपा नेताओं पर चुनाव में सहयोग न देने का आरोप लगाया है।
दिलीप बघेल का आरोप है कि प्रसपा युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष जिस इलाके में रहते हैं, वहां प्रसपा का बस्ता तक नहीं लगाया। चुनाव में जनसंपर्क के दौरान प्रसपा महानगर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष ने भी साथ नहीं दिया। उधर, प्रसपा पदाधिकारी ने बघेल के आरोप निराधार बताए हैं।
'दिलीप बघेल के आरोप निराधार'
प्रसपा युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली का कहना है कि पार्टी ने भरोसा करके दिलीप बघेल को टिकट दिया। चुनाव में उन्हें सभी ने सहयोग किया। इनके आरोप निराधार हैं। इनका इस्तीफा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अभी पार्टी के पास आया नहीं है, आएगा तब विचार किया जाएगा।
भाजपा विधायक जगन प्रसाद गर्ग के निधन के बाद उत्तर विधानसभा सीट पर 19 मई को मतदान कराया गया। उपचुनाव में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन से सूरज शर्मा ने चुनाव लड़ा, वहीं प्रसपा ने दिलीप बघेल को उतारा था। भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
उत्तर विधानसभा सीट के उपचुनाव में इतने कम वोट पड़े हैं कि भाजपा समेत सभी दलों की नींद उड़ गई है। उपचुनाव में मतदान का आंकड़ा 39.45 फीसदी में ही सिमट कर रह गया, जो वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 18.95 फीसद कम हैं। चुनाव नतीजे 23 मई को आएंगे।
भाजपा विधायक जगन प्रसाद गर्ग के निधन के बाद उत्तर विधानसभा सीट पर 19 मई को मतदान कराया गया। उपचुनाव में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन से सूरज शर्मा ने चुनाव लड़ा, वहीं प्रसपा ने दिलीप बघेल को उतारा था। भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
उत्तर विधानसभा सीट के उपचुनाव में इतने कम वोट पड़े हैं कि भाजपा समेत सभी दलों की नींद उड़ गई है। उपचुनाव में मतदान का आंकड़ा 39.45 फीसदी में ही सिमट कर रह गया, जो वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 18.95 फीसद कम हैं। चुनाव नतीजे 23 मई को आएंगे।