रामसनेहीघाट, बाराबंकी। बैशाखी पूर्णिमा के पर्व पर सत्यनामी उदगम पर देश के कोने कोने से आये लाखों सत्यनामी श्रद्वालु श्रीसर्मथ साहेब के दर्शन पूॅजन के पश्चात साहेब जगजीवन दास की तपोभूमि पर रात्रि निवास किया, देर रात तक सत्यनामी भजनों का गुणगान करके पथ से भटके मानव प्राणी को सत्य के पथ पर चलने के लिये प्रेरित करते हुये मोक्ष प्राप्ती का मार्ग प्रशस्त करने का रास्ता दिखाया।
कमोली धाम के महन्त कमलेश दास साहेब ने कहा कि बडे बाबा के अघविनाश मे लिखे एक एक शब्द आज के समय मे सटीक बैठ रहे है । बड़े बाबा ने मानव प्राणी सत्यनामी श्रद्वालुओ को जो उपदेश दिये उनका अनुस्रण कर मानव प्राणी सत्य के मार्ग पर स्वंय चले दूसरों को चलने के लिये प्रेरित करके तथा उसे घर गृहस्थी के बाद जितना भी समय मिले भगवत भजन मे लगा कर मोक्क्ष प्राप्ति के मार्ग के लिये देश के करोडों लोग स्वामी जगजीवन दास जी कोटवाधाम के उपदेशों का अनुसरण करके उनके मिशन को पूरे देश मे आगे बढा रहे है। छोटी गददी के महन्त विशाल दास के दरबार मे रूके गोंण्डा बहराइच बलरामपुर श्रावस्थी आदि जिलो के भक्त दरबार मे परसाद ग्रहण कर अपने को कृतार्थ किया और श्रद्वालु महन्त गणो से आर्शीवाद लेकर अपने अपने घरों को वापस जा रहे है ।
बड़ी संख्या में पहुंचे सत्यनामी श्रद्धालुगण समर्थ के दरवार