बल्लीवाला फ्लाईओवर पर हादसे में एक और बाइकसवार की मौत हो गई। हादसा मोड़ पर डिवाइडर से मोटरसाइकिल टकराने से हुआ। जिसमें युवक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
थानाध्यक्ष वसंत विहार हेमंत खंडूरी ने बताया कि मृतक की पहचान आदित्य रावत पुत्र बलबीर सिंह निवासी इंदिरा नगर कालोनी के रूप में हुई है। वह एक कॉल सेंटर में काम करता था और रात की ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था।
उसी दौरान उसकी मोटरसाइकिल फ्लाईओवर के मोड़ पर डिवाइडर से टकरा गई। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस को मंगलवार देर रात करीब तीन बजे सूचना मिली तो घटनास्थल पर पहुंची।
यहां से घायल आदित्य को सिनर्जी अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथमदृष्टया हादसे का कारण डिवाइडर से बाइक टकराना बताया जा रहा है।
थानाध्यक्ष वसंत विहार हेमंत खंडूरी ने बताया कि मृतक की पहचान आदित्य रावत पुत्र बलबीर सिंह निवासी इंदिरा नगर कालोनी के रूप में हुई है। वह एक कॉल सेंटर में काम करता था और रात की ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था।
उसी दौरान उसकी मोटरसाइकिल फ्लाईओवर के मोड़ पर डिवाइडर से टकरा गई। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस को मंगलवार देर रात करीब तीन बजे सूचना मिली तो घटनास्थल पर पहुंची।
यहां से घायल आदित्य को सिनर्जी अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथमदृष्टया हादसे का कारण डिवाइडर से बाइक टकराना बताया जा रहा है।
हादसे में अब तक करीब 20 लोगों की मौत
बावजूद इसके पुलिस जांच कर रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से घटना का वास्तविक समय और यहां आने-जाने वाले वाहनों की स्थिति की जांच की जा रही है। यदि किसी वाहन से उसकी बाइक को टक्कर लगी होगी तो पुलिस उसकी तलाश कर चालक के खिलाफ कार्रवाई करेगी। फिलहाल मृतक के परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है।
बल्लीवाला फ्लाईओवर, उद्घाटन के बाद से ही दुर्घटनाओं के लिए बदनाम है। इसके उद्घाटन के चंद दिनों के बाद यहां एक बाइक सेफ्टी वॉल से टकरा गई थी और इस पर सवार की मौके पर मौत हो गई।
उसके बाद हादसों का सिलसिला जारी है। प्रशासन की ओर से एहतियातन फ्लाईओवर के बीच में डिवाइडर लगाए हैं। बावजूद हादसों में कमी नहीं आ रही है। बीते तीन सालों के भीतर यहां 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
बल्लीवाला फ्लाईओवर, उद्घाटन के बाद से ही दुर्घटनाओं के लिए बदनाम है। इसके उद्घाटन के चंद दिनों के बाद यहां एक बाइक सेफ्टी वॉल से टकरा गई थी और इस पर सवार की मौके पर मौत हो गई।
उसके बाद हादसों का सिलसिला जारी है। प्रशासन की ओर से एहतियातन फ्लाईओवर के बीच में डिवाइडर लगाए हैं। बावजूद हादसों में कमी नहीं आ रही है। बीते तीन सालों के भीतर यहां 20 लोगों की मौत हो चुकी है।