मुंबई जाकर बॉलीवुड में हीरो बनने का जुनून उसके सिर इस कदर चढ़ा कि उसे पूरा करने के लिए वह अपराधी बन गया। उसने एक बच्चे को किडनैप कर लिया। क्योंकि उसके सपने को पूरा करने में पैसा अड़चन बन रहा था। ऐसे में उसे लगा कि एक बच्चे को अगवा किया जाए तो आसानी से उसके मां-बाप से पैसा वसूला जा सकता है।
उसने कुराली से बच्चे को अगवा किया, लेकिन जब उसे अहसास हुआ कि वह फंस जाएगा तो बच्चे को छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी को मोहाली से ही दबोचने का दावा किया है। यह खुलासा मंगलवार को एसएसपी मोहाली हरचरन सिंह भुल्लर ने कुराली से आरोपी को काबू करने के बाद किया।
उन्होंने कहा कि आरोपी साहिल वर्मा है, जो डॉ. नंदाल वाली गली नजदीक ओबीसी बैंक शाखा गोहाना, थाना गोहाना, जिला सोनीपत, हरियाणा का रहने वाला है। उन्होंने कहा कि आरोपी के मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज ने केस को हल करने में अहम भूमिका निभाई। वह कुछ समय से कुराली में रह रहा था। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। कई और राज खुलने के आसार हैं।
साधारण परिवार से है बीए पास
चंडीगढ़ में शूटिंग के लिए आया था
एसएसपी ने बताया कि वर्ष 2016 में साहिल ने चंडीगढ़ में एक गाने की शूटिंग की थी। इस दौरान उसकी मुलाकात अमर व सोनू निवासी कुराली से हुई थी। वह दोनों भी शूटिंग करते थे, जिसके चलते वह उनके साथ कुराली आने-जाने लगा था। साहिल कुछ समय पहले परमिंदर सिंह उर्फ सोनू निवासी वार्ड नंबर चार कुराली के घर पर रहा था, लेकिन करीब दो महीने पहले उसने गांव पपराली की एक फैक्टरी में बना कमरा किराये पर ले लिया था।
14 हजार की मारुति कार खरीदकर अगवा किया बच्चा
जांच में सामने है कि आरोपी ने करीब 15 दिन पहले ही चंडीगढ़ नंबर की मारुति कार जसपाल सिंह निवासी कुराली से 14 हजार रुपये में खरीदी थी। इसी कार का प्रयोग उसने बच्चे को अगवा करने के लिए किया था। पुलिस ने कार को बरामद कर लिया है। पता चला है कि कार आरोपी ने अपने नाम पर ट्रांसफर नहीं करवाई थी, क्योंकि उसके पास आधार कार्ड नहीं था। ऐसे में यह कार उसके दोस्त के नाम पर ट्रासंफर हुई थी।
बर्गर खिलाकर की थी बच्चे से दोस्ती
ऐसे किया था आशीष को अगवा
पुलिस के मुताबिक, बच्चे को अगवा करने के लिए आरोपी सब्जी मंडी गया, जहां उसे आशीष जोत सिंह व उसके साथी मिले। आरोपी ने इस दौरान उन्हें अपनी बातों में उलझा लिया। आरोपी ने बच्चों को वहां से आइसक्रीम लेकर दी। इसके बाद आशीष को अपनी कार में बिठाकर लुधियाना साइड ले गया। जब बच्चा जिद करने लगा तो आरोपी ने कहा कि वह उसे अपने घर ले जाएगा। हालांकि इसी दौरान आरोपी कैमरे में कैद हो गया था।
होटल में ठहराया बच्चा, फिर की फिरौती को कॉल
आरोपी बच्चे को अगवा करने के बाद लुधियाना से पहले पड़ने वाले सिटी महल रेस्टोरेंट में ले गया, जहां पर उसने बच्चे को खाना खिलाया। इसके बाद बच्चा वहां पर सो गया। आरोपी पूरी रात बैठकर बच्चे की निगरानी करता रहा। इसके बाद उसने फिरौती के लिए बच्चे के घर फोन किया। फोन करने के बाद वह डर गया कि अब पकड़ा जाएगा। इसलिए वह बच्चे को वहां से अंबाला ले गया, जहां उसने बच्चे को छोड़ दिया।
फिरौती के लिए प्रयोग सिम भी तोड़ी
आरोपी काफी डर गया था। इसलिए उसने उस सिम को तोड़ दिया, जिसे मोबाइल में डालकर उसने फोन किया था। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी बच्चें को गुड़गांव ले जाने की तैयारी में था, ताकि वहां से पैसे के लिए कॉल करे।